भारत सरकार द्वारा शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना साल 2015 में शुरू की गई थी। सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत देश की बेटियों की पढाई और शादी के लिए बचत की योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए की गई थी। इस योजना के तहत कर लाभ के अलावा जमा की जाने वाली राशि पर सरकार 8.1 का ब्याज दर देती है।
सुकन्या समृद्धि योजना में हुए नएबदलाव
हाल में ही सरकार ने इस योजना में कुछ बदलाव किये हैं। जैसे पहले सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जमा की जाने वाली न्यूतम राशि 1000 रूपए निर्धारित की गई थी, लेकिन बदलाव के बाद इस राशि को घटा कर 250 रूपए कर दी जाएगी। इसके अलावा इस योजना की ब्याज़ दर भी 8.1 से बढ़ा कर 8.5 कर दी गई है। इस योजना के तहत न्यूतम राशि जहाँ 250 रूपए रखी गई है और जिसकी अधिकतम राशि 1 लाख 50 हज़ार रूपए तक है। नियमों के अनुसार तय की गई न्यूतम राशि समय पर जमा न करवाने पर 50 रूपए तक का जुर्माना लगाया जाएगा।
केसे और कहा खुलवाते है खाता
इस खाते को खुलवाने के लिए आप किसी भी नज़दीकी डाकघर या अधिकृत वाणिज्यिक बैंकों की शाखा में भी जा सकते हैं। खाते को शुरू करने के लिए आपको कुछ ज़रूरी कागज़ात अपने साथ रखने होंगे जैसे बच्ची की जन्म पत्रिका, अभिभावक या माता पिता पेहचान और आवासीय सबूत इत्यादि। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत आप अधिकतम तीन खाते खुलवा सकते हैं।
ये खाता आप जिस वक़्त से खुलवाते हैं तब से ले कर आप ये खाता 21 साल तक रख सकते हैं, और 14 वर्षों तक राशि जमा कर सकते हैं। जिसके बाद ये खता सिर्फ ब्याज़ की लागो दर ही अर्जित कर पाएगा। या फिर अगर आप खाते के 21 साल पूरा होने पर इसे बंद नहीं करवाते हैं तो आप खाते में मौजूदा दर पर ब्याज़ नहीं कमाएंगे। इस खाते को माता पिता या बेटी के अभिभावक भी खुलवा सकते हैं। इस खाते को माता पिता या अभिभावक केवल बेटी के 10 साल तक होने तक ही संचालित कर सकेंगे इसके बाद ये खता बच्ची खुद संचालित कर सकती है।
इस खाते को खुलवाने के लिए आप किसी भी नज़दीकी डाकघर या अधिकृत वाणिज्यिक बैंकों की शाखा में भी जा सकते हैं। खाते को शुरू करने के लिए आपको कुछ ज़रूरी कागज़ात अपने साथ रखने होंगे जैसे बच्ची की जन्म पत्रिका, अभिभावक या माता पिता पेहचान और आवासीय सबूत इत्यादि। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत आप अधिकतम तीन खाते खुलवा सकते हैं।
ये खाता आप जिस वक़्त से खुलवाते हैं तब से ले कर आप ये खाता 21 साल तक रख सकते हैं, और 14 वर्षों तक राशि जमा कर सकते हैं। जिसके बाद ये खता सिर्फ ब्याज़ की लागो दर ही अर्जित कर पाएगा। या फिर अगर आप खाते के 21 साल पूरा होने पर इसे बंद नहीं करवाते हैं तो आप खाते में मौजूदा दर पर ब्याज़ नहीं कमाएंगे। इस खाते को माता पिता या बेटी के अभिभावक भी खुलवा सकते हैं। इस खाते को माता पिता या अभिभावक केवल बेटी के 10 साल तक होने तक ही संचालित कर सकेंगे इसके बाद ये खता बच्ची खुद संचालित कर सकती है।
कैसे निकला जाता है पैसा
इस खाते से पैसे बच्ची के 18 साल के होने के बाद ही निकला जा सकेगा, और अगर बेटी की शादी 18 साल के बाद और 21 साल के पहले होती है तो ये खता बंद कर दिया जाएगा और जमा की गयी राशि आप ब्याज़ समेत निकल सकेंगे। या फिर 18 साल की होने पर जमा हुई राशि की 50 प्रतिशत बेटी अपने ऊँच पढ़ाई के लिए भी निकाल सकती है, जिसके लिए उसे अपने दाखिले के कागज़ात, फीस की स्लिप , दस्तावेजों के सबूत एक आवेदन के साथ जमा करना होगा।ऐसी जानकारी अपने मोबाईल में पाने के
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